bharat ki khoj kisne ki :- नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करता हूं आप बिल्कुल ठीक होंगे आपका हार्दिक स्वागत है हमारे इस लेख में दोस्तों मैं आशा करता हूं कि आप लोग भारत के मूलनिवासी होंगे ।
और भारत से जुड़ी काफी तथ्य आप लोग जानते होंगे मगर क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर भारत की खोज किसने किया है अगर आपके मन में इसका जवाब ना है,
तो आप हमारे इस आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें क्योंकि इस आर्टिकल में हमने इसी से जुड़ी विचार विमर्श किया है तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए और जानते हैं कि भारत की खोज किसने की
bharat ki khoj kisne ki – (भारत की खोज किसने की)
भारत की खोज वास्को डी गामा ने किया था । |
दोस्तों इतिहास के कुछ सूत्रों के हिसाब से ऐसा माना गया है कि भारत की खोज वास्को डी गामा ने की थी। वह व्यापार के सिलसिले में समुद्र मार्ग से भारत आया था।
भारत की खोज के साथ ही साथ यूरोप से एशिया तक समुद्री मार्ग को खोजने का सम्पूर्ण श्रेय भी वास्को डी गामा को जाता है, क्योंकि इसी मार्ग से वास्को डी गामा भारत आया था।
भारत की खोज करने के बाद वास्को डी गामा को लोग डिस्कवरी ऑफ इंडिया भी कहते हैं। हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि वास्को डी गामा ने भारत की कुल तीन यात्रा की थीं।
जिस में से उनकी अंतिम यात्रा लगभग 1524 ईस्वी में हुई थी। उनकी अंतिम यात्रा के बाद वास्को डी गामा मलेरिया नामक बीमारी से गंभीर रूप से ग्रसित और बीमार हो गए थे।
फिर उस के बाद तकरीबन 24 दिसंबर 1524 को कोच्ची में उनका मृत्यु हो गया था। तो कुछ इस प्रकार से भारत की खोज हुई थी।
भारत का आविष्कार कब और कैसे हुआ ?
भारत की खोज के पीछे एक रोचक कहानी है। अगर आप भारत के इतिहास को पढ़े होंगे तो आपको मालूम होगा कि भारत में पहले काफी ज्यादा हीरा, जेवरात, धन सोना चांदी हुआ करते थे ।
जिसके वजह से लोग बाहर से व्यापार करने हमारे देश भारत में आया करते थे । दोस्तों उस समय लोग भारत में पहुंचना तो चाहते थे मगर उस समय पर भारत तक पहुंचने का कोई मार्ग यानी रास्ता ही नहीं हुआ करता था,
क्योंकि भारत आधे ओर से समुद्र से घिरा हुआ था और आधी ओर से पहाड़ से और उस समय पर लोगों को रास्ता भी नहीं मालूम था। ऐसे में यूरोप वासियों के भारत पहुंचने के तीन ही रास्ते है।
जिस में से पहले रूस को पार कर के चीन के रास्ते बर्मा पहुंचकर फिर भारत आना जोकि उस समय पर बहुत ज्यादा लम्बा और जोखिम भरा मार्ग शाबित होता था।
और दूसरा रास्ता अरब और ईरान जैसे देशों को पार कर के फिर भारत पहुंचना था। लेकिन इस रास्ते का उपयोग खासकर अरब के लोग ही किया करते थे और अरब देश के लोग इस रास्ते का उपयोग किसी गैर देश को नहीं करने दिया करते थे।
और अंत मे तीसरा और सबसे अन्तिमवा रास्ता समुद्र का था, जिसमे चुनौती देने वाले सिर्फ समुद्र ही था और यह भी लोगो को ज्ञात नही था।
फिर वास्को डी गामा नामक ब्यक्ति ने तकरीबन 7 जुलाई 1497 को भारत तक पहुंचने के लिए समुद्री मार्ग की खोज के उद्देश्य से रवाना यानी कि निकले हुए थे ।
और जात्रा के लगभग दो साल बाद अपने लगभग 4 नाविकों के साथ तकरीबन 20 मई 1498 को कोझीकोड केरल राज्य के कालीकट पहुंचा।
क्या आपको मालूम है कि 170 लोगों के उनके मूल दल में से केवल 54 या 55 ही उनके साथ लौटे थे। कालीकट में तीन महीने रहने के बाद वास्को डी गामा अपने साथियों के साथ पुनः पुर्तगाल बापस लोट गए।
वास्को डी गामा एक पुर्तगाल के नाविक और ब्यपरी था। वह एक पहला ऐसा विदेशी था जो भारत की भौगोलिक स्थिति के बारे में अच्छे से जान पाया था।
फिर इसके बाद साल 1499 में भारत की इस खोज की खबर को पूरे यूरोप में फैलाया था। तो कुछ इस प्रकार से ही भारत की खोज और अविष्कार हुवा था।
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वास्को डी गामा कौन था और कहां का रहने वाला था?
वास्को डी गामा यूरोप के शहर पुर्तगाल का रहने वाला था। वास्को डी गामा का जन्म सन 1460 ईस्वी में हुआ था, वास्को डी गामा के पिता जी का नाम एस्तेवाओँ डा गामा था।
हमने आपको ऊपर में भी बताया था कि वास्को डी गामा विश्व के पहले ऐसे इंसान थे जिन्होंने लगभग सन 1497 ईस्वी में यूरोप से भारत आने के लिए समुद्री मार्ग (रास्ता) खोजा था।
हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि वास्को डी गामा अपने पूरे जीवन काल में कुल 3 बार भारत की यात्रा की थी। हालांकि इन के आने से पहले भी भारत पृथ्वी पर मौजूद था।
लेकिन पश्चिमी देशों को इस के बारे में तनिक भी जानकारी नहीं थी। भारत की यात्राएं और खोज करने के बाद तकरीबन सन 1524 ईसवी में वास्कोडिगामा की मृत्यु (मलेरिया नामक बीमारी की वजह) से हो गई थी।
वास्को डी गामा भारत क्यों आया था?
दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में भारत की खोज से जुड़ी बहुत जानकारी प्राप्त की और यह भी जाना कि भारत की खोज वास्को डी गामा ने की थी लेकिन,
यह सवाल आपके मन में भी जरूर होगा कि आखिर वास्को डी गामा भारत किस लिए आया था तो चलिए इस टॉपिक में हम इसी पर विचार विमर्श करने वाले हैं और इस टॉपिक को शुरू करते हैं
वास्को डी गामा भारत में मसालों का बिज़नेस यानी की व्यपार करने के सिलसिले से आया था। उस समय भारत में भिन्न भिन्न प्रकार के मसालों और ढेर सारे चीज़ों का उत्पादन किया जाता था।
मगर अन्य देशों को इस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब वास्को डा गामा ने समुद्र के रास्ते आकर भारत को खोजा तो उसके बाद सभी दूर के देशों को भारत के बारे में धीरे धीरे पता चला।
उसके बाद हमारे देश भारत ने सभी विदेशी देशों के साथ अपना व्यपार शुरू किया। और यह सिलसिला चलते गया, तो इन चीज़ों के लिए ही वास्को डी गामा भारत आया था।
भारत की खोज का इतिहास
दोस्तों अगर आपने भारत के इतिहास के बारे में पढ़ा होगा तो आपको मालूम होगा कि हमारे देश भारत के पास इतना सारा धन और सोना, हीरा, मोती, इत्यादि का खजाना था जिसके वजह से प्राचीन काल मे भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।
कई बार दूर दूर और बड़े-बड़े देशों से लोग भारत में व्यापार करने आते थे और भारत से बहुत सारा धन दौलत कमा कर के ले जाते थे। भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी सुखी और समृद्ध था।
भारत मे इतना जयदा धन और जेवरात होने के वजह से यह कई देशों की नजरों में आकर्षण का केंद्र था। मगर भारत में व्यापार के इतने अवसर थे कि लोग अपने आप ही धीरे धीरे भारत की ओर बढ़ते चले गए।
लेकिन इतिहास में कहा गया है कि वास्को डी गामा ने भारत की खोज की थी। वह समुद्री मार्ग से भारत आया था। यूरोप से एशिया तक समुद्री मार्ग को खोजने का श्रेय भी वास्को डी गामा को जाता है। साथ ही वास्को डी गामा को डिस्कवरी ऑफ इंडिया भी कहा जाता है।
वास्को डी गामा ने भारत की कुल 3 यात्रा की थीं। 1524 में उनकी अंतिम यात्रा हुई थी। अंत में वह मलेरिया से गंभीर रूप से ग्रसित हो गए थे। 24 दिसंबर 1524 को कोच्ची में उनका निधन हो गया था।
[ FAQ,s ]
Q1. भारत का खोज कितना ईसवी में हुआ था ?
Ans. भारत का खोज 20 मई 1498 ईस्वी में हुई थी।
Q2. भारत की खोज कब और किसने किया ?
Ans. भारत की खोज वास्को डा गामा द्वारा 20 मई 1498 ईस्वी में की गईं थी।
Q3. भारत का आविष्कार कैसे हुआ ?
Ans. भारत का आविष्कार मसालों के व्यपार के सिलसिले में हुवा था।
Q4. वास्कोडिगामा ने भारत का खोज कब किया?
Ans. वास्को डा गामा ने भारत का खोज 20 मई 1498 ईस्वी में किया था।
Q5. वास्को डा गामा कहाँ का यात्री था?
Ans. वास्कोडिगामा पुर्तगाल का यात्री था।
Q6. वास्को डा गामा दूसरी बार भारत कब आया था ?
Ans. वास्को डा गामा दूसरी बार भारत 1502 ईस्वी में आया था।
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[ अंतिम विचार ]
दोस्तो आशा करता हूं कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से जान चुके होंगे कि भारत की खोज किसने किया था।
हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आप को भारत से जुड़े कुछ तथ्य की जानकारी देने की कोशिश की है।
और मुझे आप लोगों पर संपूर्ण विश्वास है कि आप सभी मेरे इस लेख को ध्यान से पूरे अंत तक पढ़ चुके होंगे और और इस लेख को पढ़ करके अवश्य संतुष्ट होंगे।
इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद…….
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